आज दमोह शहर में चैत्र नवरात्रि की नवमीं का पावन अवसर है, और इस शुभ दिन पर मां बड़ी देवी मंदिर सहित पूरे शहर के विभिन्न माता रानी के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है। भक्तगण अपनी श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन करते हुए माता के दर्शनों के लिए लंबी कतारों में खड़े हैं। आज अष्टमी और नवमीं तिथि एक साथ होने के कारण, मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठान किए जा रहे हैं। माता रानी को विशेष रूप से भोग अर्पित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न प्रकार के पारंपरिक व्यंजन और फल शामिल हैं, जिन्हें देवी मां को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धापूर्वक तैयार किया गया है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर दमोह के लोकप्रिय सांसद श्री राहुल सिंह जी भी मां बड़ी देवी मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में माता रानी के दिव्य स्वरूप के दर्शन किए और साथ ही मंदिर परिसर में उगाए गए जवारों (अंकुरित अनाज, जो नवरात्रि में देवी मां को अर्पित किए जाते हैं) का भी अवलोकन किया। इसके पश्चात, सांसद जी मां बड़ी देवी मंदिर समिति द्वारा आयोजित कन्या भोज कार्यक्रम में शामिल हुए। कन्या भोज नवरात्रि के दौरान एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें छोटी कन्याओं को देवी मां का रूप मानकर उनका सम्मान किया जाता है।
सांसद राहुल सिंह ने इस कार्यक्रम में पूरे भक्तिभाव से भाग लिया। उन्होंने स्वयं कन्याओं के चरण धोए, जो भारतीय संस्कृति में अतिथि और देवी का सम्मान करने का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। इसके बाद उन्होंने कन्याओं को तिलक लगाया और उन्हें प्रेमपूर्वक भोजन परोसा। कन्याओं को भोजन कराते समय उनके चेहरे पर वात्सल्य और श्रद्धा के भाव स्पष्ट रूप से देखे जा सकते थे। उन्होंने कन्याओं से आशीर्वाद भी प्राप्त किया, जो इस परंपरा का एक अभिन्न अंग है।
इस अवसर पर दमोह के कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे, जिनमें सीएसपी अभिषेक तिवारी, नरेंद्र बजाज, संजय यादव, अमित बजाज, अखिलेश हजारी, मां देवी मंदिर के पंडित आशीष कटारे, जय हजारी, राजुल चौराहा, आलोक चौबे, भागीरथ पटेल, और अरविंद सिंह लोधी प्रमुख थे। इन सभी ने भी माता रानी के दर्शन किए और कन्या भोज कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दी। इस प्रकार, मां बड़ी देवी मंदिर में अष्टमी और नवमीं के इस विशेष संयोग पर भक्ति और श्रद्धा का एक सुंदर माहौल देखने को मिला, जिसमें समुदाय के सभी वर्गों के लोगों ने मिलकर इस पावन पर्व को मनाया। यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि सामाजिक समरसता और सामुदायिक भावना को भी बढ़ावा देता है।
