दमोह में श्री रामनवमीं का पर्व पारंपरिक उत्साह और धार्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। इस वर्ष, शहर के मोरंगज गल्ला मंडी से निकली भव्य शोभायात्रा विशेष आकर्षण का केंद्र रही, जिसका नेतृत्व स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय व्यक्तित्व विक्रांत गुप्ता विक्की भैया ने किया। इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े, जो भगवान राम के प्रति अपनी आस्था और श्रद्धा का प्रदर्शन कर रहे थे। शोभायात्रा में सजे हुए रथ, पारंपरिक वेशभूषा में सजे लोग, भजन-कीर्तन मंडली और विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल थीं, जिससे वातावरण भक्तिमय और जीवंत हो उठा था।
किसी भी बड़े धार्मिक आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था एक महत्वपूर्ण पहलू होती है, और दमोह पुलिस प्रशासन ने इस दिशा में पूरी मुस्तैदी दिखाई। पुलिस अधीक्षक के सीधे निर्देशन में, कोतवाली थाना प्रभारी (टीआई) मनीष कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल की व्यापक तैनाती की गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी मौजूद थे ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके और कानून व्यवस्था बनी रहे।
आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए, पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया। इन ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे शोभायात्रा मार्ग पर ऊपर से निगरानी रखी जा रही थी, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या भीड़भाड़ वाली स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके। ड्रोन कैमरों से प्राप्त तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से पुलिस को स्थिति का बेहतर आकलन करने और आवश्यक कार्रवाई करने में मदद मिली। यह तकनीक न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करती है बल्कि बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन में भी सहायक होती है।
विक्रांत गुप्ता विक्की भैया का नेतृत्व शोभायात्रा को एक संगठित और अनुशासित स्वरूप प्रदान कर रहा था। उनके आह्वान पर बड़ी संख्या में लोग स्वेच्छा से शोभायात्रा में शामिल हुए और धार्मिक भावनाओं के साथ इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस प्रकार, दमोह में श्री रामनवमीं की यह शोभायात्रा न केवल एक धार्मिक आयोजन रही, बल्कि यह समुदाय की एकता, श्रद्धा और सुरक्षा के प्रति जागरूकता का भी प्रतीक बनी। पुलिस प्रशासन की सक्रिय भूमिका और आधुनिक तकनीकों का उपयोग इस बात का उदाहरण है कि कैसे बड़े आयोजनों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सकता है।
