दमोह पुलिस ने देहात थाना क्षेत्र में सागर नाका चौकी के पास एक वृद्ध व्यक्ति, देवेंद्र पांडे के साथ हुई लूट के आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। अक्सर, ऐसे मामलों में पीड़ित असहाय महसूस करते हैं, और त्वरित पुलिस कार्रवाई से न केवल उन्हें न्याय की उम्मीद मिलती है, बल्कि यह समाज में भी एक सकारात्मक संदेश जाता है कि कानून अपना काम करेगा।
यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि पुलिस ने न केवल आरोपियों को पकड़ा, बल्कि उनसे लूटा गया मसरूका मोबाइल भी बरामद कर लिया। यह बरामदगी न केवल पीड़ित के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें उनकी निजी जानकारी या भावनात्मक मूल्य हो सकता है, बल्कि यह मामले को और भी मजबूत बनाती है, जिससे आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत पेश किया जा सकेगा।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पकड़े गए लुटेरों की पहचान कोमल लोधी, विश्राम, भरत और खेत सिंह लोधी के रूप में हुई है, और वे सभी हटा क्षेत्र के तीन कुटरी और देवलाई टपरिया के निवासी बताए गए हैं। यह जानकारी स्थानीय समुदाय के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, क्योंकि इससे उन्हें पता चलेगा कि अपराध करने वाले बाहरी नहीं, बल्कि उन्हीं के क्षेत्र के लोग थे।
इस सफलता का श्रेय निश्चित रूप से पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी के कुशल निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा, सीएसपी अभिषेक तिवारी, और देहात थाना प्रभारी रचना मिश्रा के प्रभावी मार्गदर्शन को जाता है। चौकी प्रभारी सागर नाका रमाशंकर मिश्रा और उनकी टीम, जिसमें एएसआई अकरम खान, थाना हटा से महेंद्र सिंह, प्रधान आरक्षक प्रेमदास बैरागी, आरक्षक गौरव, आरक्षक दीपचंद, साइबर सेल से सौरभ टंडन, राकेश अठया, अजित सिंह, रोहित और अन्य सदस्य शामिल थे, उन्होंने मिलकर इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। साइबर सेल की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही होगी, खासकर मोबाइल की बरामदगी में।
ऐसी त्वरित और सफल कार्रवाइयाँ पुलिस विभाग की कार्यकुशलता और अपराध नियंत्रण के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाती हैं। यह न केवल पीड़ित को न्याय दिलाएगा बल्कि अन्य संभावित अपराधियों को भी एक कड़ा संदेश देगा कि इस तरह के अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उम्मीद है कि आरोपियों को न्यायालय द्वारा उचित सजा मिलेगी और यह घटना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की भावना को और मजबूत करेगी।
