दमोह के नौरादेही अभ्यारण में बाघिन एन 112 ने दूसरी बार चार शावकों को जन्म दिया है और उन्हें बाघिन के साथ देखा भी गया है। यह वन्यजीव संरक्षण के लिए एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है और यह दर्शाता है कि अभ्यारण में बाघों के लिए अनुकूल माहौल है।
यह खबर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि नौरादेही अभ्यारण मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यजीव अभ्यारण है और इसे पन्ना और सतपुड़ा बाघ अभ्यारण के बीच एक महत्वपूर्ण गलियारा माना जाता है। बाघों की संख्या में वृद्धि इस क्षेत्र की जैव विविधता के लिए बहुत अच्छा है।
पिछली खबरों के अनुसार, बाघिन एन 112 पहले भी शावकों को जन्म दे चुकी है। नवंबर 2023 में भी इसके चार शावकों को देखा गया था। यह दर्शाता है कि यह बाघिन इस क्षेत्र में बाघों की आबादी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
वन विभाग द्वारा इन शावकों और बाघिन की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जा रहे होंगे। हमें उम्मीद है कि यह परिवार स्वस्थ रहेगा और अभ्यारण में बाघों की संख्या और बढ़ेगी।
