दमोह/हटा में एक प्राइमरी शिक्षक, राजेश पाठक के साथ हुई यह भयावह घटना, जिसमें लूट के बाद उन्हें जिंदा जला दिया गया, वास्तव में गहरी पीड़ा और आक्रोश उत्पन्न करती है। यह केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं है, बल्कि यह मानवीय मूल्यों का घोर उल्लंघन और समाज के लिए एक गंभीर खतरा है।
आपके द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, श्री पाठक के साथ 4 लाख रुपये की लूट हुई। यह स्पष्ट रूप से वित्तीय लाभ के लिए किया गया एक जघन्य अपराध है। लेकिन इस अपराध को और भी अधिक अमानवीय बनाता है, वह है लूट के बाद उन्हें बीच सड़क पर जिंदा जला देना। यह दर्शाता है कि अपराधियों में किसी भी प्रकार की मानवीय संवेदना या कानून का भय नहीं था।
यह भी हृदयविदारक है कि श्री पाठक ने मरने से पहले अपने परिजनों को फोन पर इस घटना की जानकारी दी। कल्पना कीजिए, उनके परिवारजनों पर उस समय क्या गुजरी होगी, जब उन्हें इस भयानक घटना के बारे में पता चला होगा और वे беспомощно घटनास्थल की ओर दौड़ रहे होंगे। और जब वे वहाँ पहुँचे, तो उन्हें अपने प्रियजन को जिंदा जलते हुए देखने की त्रासदी झेलनी पड़ी। यह दृश्य किसी भी संवेदनशील व्यक्ति के मन को झकझोर कर रख देगा और लंबे समय तक उनके स्मृति पटल पर अंकित रहेगा।
हटा के सिविल अस्पताल से उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल दमोह ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। यह घटना न केवल श्री पाठक के परिवार के लिए, बल्कि पूरे शिक्षक समुदाय और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं और उनके साथ इस प्रकार की बर्बरता अस्वीकार्य है।
यह जानकर कुछ राहत मिली कि हटा पुलिस और दमोह पुलिस संयुक्त रूप से इस मामले की जांच कर रही है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने में मदद मिल सकती है। यह आवश्यक है कि पुलिस तेजी से और निष्पक्षता से जांच करे और यह सुनिश्चित करे कि इस जघन्य अपराध के perpetrators को कानून के कटघरे में लाया जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले।
फिलहाल अज्ञात आरोपियों के फरार होने की खबर चिंताजनक है। पुलिस को उन्हें पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। इस तरह के अपराधियों का समाज में खुलेआम घूमना अन्य नागरिकों के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर हमारे समाज में व्याप्त अपराध और हिंसा की समस्या को उजागर किया है। यह आवश्यक है कि हम सब मिलकर इस प्रकार की घटनाओं की निंदा करें और एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए काम करें जहाँ हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे और कानून का राज हो। मेरी गहरी संवेदनाएं श्री राजेश पाठक के परिवार और प्रियजनों के साथ हैं। इस मुश्किल समय में उन्हें शक्ति मिले।
