*हटा विधायक उमा देवी के बेटे ने पत्रकार पर किया जानलेवा हमला*
पंडित संदीप शर्मा चैनल हेड संपादक
दमोह जितेंद्र गौतम, जो IBC न्यूज़ 24 के दमोह जिला ब्यूरो के रूप में कार्यरत हैं, के साथ एक कथित मारपीट और मोबाइल छीनने की घटना हुई, जिसके विरोध में दमोह के पत्रकारों ने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। यह घटना शहर के मानस भवन, अंबेडकर चौक पर हुई, जहाँ पत्रकारों ने चक्का जाम कर अपना रोष व्यक्त किया।
बताया जा रहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उस समय हुई जब जितेंद्र गौतम एक सड़क दुर्घटना का वीडियो बना रहे थे। इस दुर्घटना में कथित तौर पर हटा विधायक उमा देवी खटीक के छोटे बेटे और उनके कुछ परिजन शामिल थे। पत्रकारों का आरोप है कि वीडियो बनाते समय ही उन्हें निशाना बनाया गया और उनके साथ मारपीट की गई, साथ ही उनका मोबाइल फोन भी छीन लिया गया।
इस घटना से दमोह के पत्रकार समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान, पत्रकारों ने “हटा विधायक की गुंडागर्दी नहीं चलेगी” और “हटा विधायक मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से इस घटना के लिए हटा विधायक के परिजनों को जिम्मेदार ठहराया और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पत्रकार समुदाय ने इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला और पत्रकारों को उनके काम करने से रोकने का प्रयास बताया।
प्रदर्शन में दमोह शहर के सभी प्रमुख पत्रकार संगठन और व्यक्तिगत पत्रकार शामिल हुए। उन्होंने एकजुट होकर प्रशासन पर दबाव बनाया ताकि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो सके और दोषियों को सजा मिल सके। पत्रकारों का यह धरना प्रदर्शन तब तक जारी रहा जब तक दमोह पुलिस प्रशासन ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन नहीं दिया। पुलिस प्रशासन ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के इस आश्वासन के बाद ही पत्रकारों ने अपना धरना समाप्त किया।
यह घटना न केवल एक पत्रकार पर हुए हमले का मामला है, बल्कि यह प्रेस की स्वतंत्रता और पत्रकारों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाती है। पत्रकारों का मानना है कि उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन करते समय इस तरह के हमलों का सामना नहीं करना पड़ना चाहिए, खासकर जब वे सार्वजनिक महत्व के मामलों को कवर कर रहे हों। इस घटना ने दमोह में पत्रकार सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है और पत्रकारों ने प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।