सेमरा मड़िया में भालू का आतंक: 10 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ा गया भालू
दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र के सेमरा मड़िया गांव में मंगलवार सुबह से देर शाम तक भालू/रीछ का आतंक देखा गया, जिससे दो लोग घायल हो गए। लगभग 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रीवा से बुलाई गई टीम ने भालू को पकड़ लिया और उसे जंगल में छोड़ दिया l
घटना का विवरण
सुबह करीब 11:00 बजे भालू ने गांव में प्रवेश किया और धन सिंह (60 वर्ष) और लाखन सिंह ठाकुर (56 वर्ष) निवासी सेमरा मड़िया पर हमला कर दिया, जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए। घायलों को तत्काल दमोह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वन विभाग ने उन्हें इलाज के लिए 1000-1000 रुपये की तत्काल सहायता राशि दी।
रेस्क्यू ऑपरेशन
भालू के आतंक की खबर मिलते ही वन मंडल अधिकारी डीएफओ ईश्वर जरांडे के निर्देश पर वन रेंजर विक्रम चौधरी, सागोनी वन विभाग, एसडीआरएफ टीम प्रभारी प्राची दुबे और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। टीम ने भालू को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन शुरुआत में सफलता नहीं मिली।
भालू कभी खुले में घूमता नजर आया तो कभी पेड़ों पर छलांग लगाता रहा, जिससे उसे पकड़ना मुश्किल हो रहा था। दमोह वन विभाग की टीम के प्रयासों के बावजूद, भालू को काबू में नहीं किया जा सका। इसके बाद, रीवा के मुकुंदपुर से एक विशेष टीम को बुलाया गया।
10 घंटे की मशक्कत के बाद मिली सफलता
रीवा से आई टीम ने लगभग 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम को भालू को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। भालू को सुरक्षित रूप से पकड़ने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया। इस घटना ने वन विभाग के पास संसाधनों की कमी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि स्थानीय टीम को भालू को पकड़ने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और अंततः बाहरी टीम की सहायता लेनी पड़ी।