दमोह जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर और एडिशनल कलेक्टर मीना मसराम ने दौरा कर ग्रामीणों को राहत और सहायता का आश्वासन दिया है।
* सर्वे और मुआवजा: कलेक्टर ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित सभी घरों का सर्वे किया जाएगा। जिन लोगों के मकान, फसल, पशु या अन्य संपत्ति को नुकसान हुआ है, उन्हें नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा।
* आश्रय, भोजन और दवाइयां: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाने, दवाइयों और रहने की व्यवस्था की जा रही है।
* कुटीर निर्माण: जिन पात्र लोगों को अभी तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, उनके लिए सरकार से विशेष मंजूरी लेकर कुटीर स्वीकृत कराने की कोशिश की जाएगी।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के उपाय
* पीने का पानी: कलेक्टर ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे पीने के पानी को उबालकर ही इस्तेमाल करें और बच्चों को बिल्कुल भी गंदा पानी न पिलाएं, ताकि बीमारियों जैसे मलेरिया, डायरिया आदि से बचा जा सके।
बुनियादी ढांचों की मरम्मत
* क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की मरम्मत: पीडब्ल्यूडी, आरईएस, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और सड़क विकास निगम जैसी निर्माण एजेंसियों को क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों और अप्रोच रोड की मरम्मत का निर्देश दिया गया है।
बारिश रुकते ही मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा। जहां मरम्मत संभव नहीं है, वहां के लिए नए प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे जाएंगे।