स्कूल परिसर में ट्रांसफारमर
हादसा की संभावना
षिक्षक ने बताया बिजली विभाग अलग करने का आवेदन तक नहीं ले रहे
हटा दमोह
हादसा को टाल दिया जाये तो न ही वाह वाह मिलती न ही सुर्खियां बटोर पाता, लेकिन हादस घटित हो जाए तो श्रद्धांजली के आंसू आंखों से निकलकर वस्त्र भी गीले कर देते, सुर्खियां भी छोटे से गांव से निकलकर राज्य और राष्ट्र स्तर की बन जाती है।
दमोह जिला जनपद पंचायत क्षेत्र हटा में ग्राम पंचायत के छोटे से गांव पौड़ी के शासकीय प्राथमिक स्कूल पौड़ी में बिजली विभाग के द्वारा भारी भरकम 100 केव्हीए का ट्रांसफारमर रख दिया गया। इस डीपी का सबसे ज्यादा उपयोग सिंचाई के लिए किया
जाता है, जब खेतों में सिंचाई होती है तो सारी विद्युत पम्प के तार इसी डीपी से जोड दिये जाते है, जो किसी मकड़ी के जाल से कम नहीं होते है। डीपी के तार भी खुले हुए है,
जब कभी पानी इन तारों पर गिरता तो डीपी से जमीन तक करंट फैलने की संभावना बनी रहती है। बिजली पोल सही खडे रहे इसके लिए भी खुले तार सहारा भी स्कूल परिसर में जमीन से दिया गया है।
स्कूल की गीली छत से ही इसके तार इधर उधर फैले हुए है। पूरे परिसर में कभी भी करंट आ सकता है।
इसी स्कूल में करीब 60 छात्र/छात्रा आते है। यह स्कूल सदैव हादसा का न्यौता दे रहा है।
हादसा ऐसा जिसे रोका भी जा सकता है। शिक्षक अमृत लाल ने बताया कि स्कूल परिसर से डीपी अलग करने के लिए बिजली विभाग को आवेदन देने गये लेकिन वहां कोई आवेदन लेने को तैयार नहीं है।
आये दिन स्कूलों में हो रहे हादसा को देखते हुए शिक्षक एवं छात्रों के अभिभावक ने शासन प्रशासन से तत्काल परिसर से डीपी को हटाने की मांग की है।