निश्चित रूप से, यह एक बहुत ही भावुक और प्रेरणादायक संदेश है। मैं इसे एक सुंदर श्रद्धांजलि के रूप में प्रस्तुत करता हूँ:
पूज्य पिताजी को शत-शत नमन: दामोदर जैन जी की पाँचवीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि
दमोह जिले में आज, 13 जुलाई 2025 को, हम सब अपने पूजनीय पिताजी, स्वर्गीय श्री दामोदर जैन (रिटायर्ड पटवारी जी) की पाँचवीं पुण्यतिथि पर उन्हें हृदय से नमन करते हैं।
पिताजी, आपका आशीर्वाद सदा हम पर बना रहे।
इस विशेष और पवित्र अवसर पर, हमने जिला अस्पताल दमोह में रक्तदान कर पिताजी को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।
यह हमारे लिए अत्यंत गर्व का क्षण है, जब:
* दीपक जैन (ए+ रक्त समूह) के रूप में मैंने 50वीं बार रक्तदान किया। यह मेरे लिए एक अविस्मरणीय पल है।
* मेरे बड़े भाई श्रवण जैन (ओ+ रक्त समूह) ने आठवीं बार रक्तदान कर इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दिया।
* और हमारी भतीजी श्रेया जैन (ओ+ रक्त समूह), सुपुत्री श्रवण जैन, ने पहली बार रक्तदान कर इस महान पहल में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
हम सभी पिताजी के चरणों में अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
हमारा संकल्प: “जीते जी रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान और देहदान”
हमारे पूज्य पिताजी ने हमें जीवन की सार्थकता सिखाई।
उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए, हमने यह महान संकल्प लिया है:
“जीते जी रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान और देहदान।”
हम सभी ने हर 3 माह में रक्तदान करने के साथ-साथ, नेत्रदान और देहदान का भी संकल्प लिया है। मैं अपना अगला रक्तदान 3 माह बाद पुनः करूँगा।
यह संकल्प पिताजी के आदर्शों को जीवित रखने और समाज सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।