श्री जागेश्वर धाम बांदकपुर में श्रीजागेश्वर लोक कॉरिडोर के निर्माण
को लेकर शिवभक्तों की एक महत्वपूर्ण बैठक बांदकपुर धाम की पर्यटन धर्मशाला में संपन्न हुई। यह कॉरिडोर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बनाया जा रहा है, जिसका भूमि पूजन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था।
बैठक का उद्देश्य और चर्चा
लाखों शिवभक्तों की बांदकपुर धाम के प्रति अटूट आस्था है, और कॉरिडोर निर्माण की खबर से उनमें काफी प्रसन्नता और उत्सुकता है। हालांकि, निर्माण कार्य की गति, गुणवत्ता और वर्तमान स्थिति को लेकर जनमानस में प्रामाणिक जानकारी का अभाव देखा जा रहा है। इसी को लेकर बांदकपुर धाम के विकास और कॉरिडोर निर्माण के लिए वर्षों से प्रयासरत शिवभक्तों ने इस बैठक का आयोजन किया।
बैठक की अध्यक्षता संघर्ष अभियान के प्रमुख सदस्य सतीश तिवारी ने की। उन्होंने इस पवित्र और ऐतिहासिक कार्य में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, मंदिर ट्रस्ट कमेटी, शासन-प्रशासन, निर्माण एजेंसी और शिवभक्तों के बीच आपसी चर्चा और सामंजस्य स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। अभियान से जुड़े युवा सदस्य कृष्णा पटेल ने सभी उपस्थित लोगों से निरंतर समर्पित भाव से सेवा और सहयोग देने का आग्रह किया।
आगे की योजना
बैठक में उधम सिंह लोधी ने संस्कृति पर्यटन मंत्री जी से शीघ्र मुलाकात कर चर्चा करने की बात कही। बैठक के बाद, उपस्थित सभी धर्म प्रेमियों ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया, जहां उन्हें निर्माण संबंधी कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं। इन जानकारियों को शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल संस्कृति पर्यटन मंत्री श्री धर्मेंद्र लोधी जी के समक्ष प्रस्तुत करेगा और मंदिर कमेटी को भी इससे अवगत कराया जाएगा।
बैठक की व्यवस्था और उपस्थिति
बैठक की पूरी तैयारी शंकर गौतम ने की, जिन्होंने सभी उपस्थित भक्तजनों का आभार व्यक्त किया और उनसे निरंतर सहयोग का निवेदन किया। बैठक के लिए स्थान बांदकपुर के वीरू नेमा ने उपलब्ध कराया।
इस बैठक में जिले भर से अनेक समर्पित शिवभक्तों की उपस्थिति रही, जिनमें सतीश तिवारी, कृष्णा पटेल, उधम सिंह लोधी, छुट्टन यादव, विनय असाटी (पत्रकार), पंडित मोनू पाठक (जटाशंकर धाम से), गोलू चौबे गूंजी (बजरंग दल से), पवन राय, नितिन तोमर, केशव साहू, तुलसीराम तिवारी, अरविंद पाठक, निहाल सिंह राजपूत, सुग्रीव अहिरवाल, निर्देश अवस्थी, बाबू शर्मा, जमुना चौबे (पत्रकार), शंकर गौतम, राम गौतम सहित अन्य कई भक्त शामिल थे। सभी ने भोले बाबा की नगरी को व्यवस्थित, सुंदर और दिव्य स्वरूप प्रदान करने की प्रतिबद्धता जताई।