दमोह/तेंदूखेड़ा कृषि उपज मंडी, जो आमतौर पर कृषि उत्पादों की खरीद-बिक्री के लिए जानी जाती है, कल एक अभूतपूर्व संगम स्थल बनेगी, जहां एक साथ 1700 जोड़ों का पाणिग्रहण संस्कार और 7 मुस्लिम जोड़ों का निकाह संपन्न होगा। जनपद सी ई ओ मनीष बागरी द्वारा इस विशाल सामूहिक विवाह और निकाह की पुष्टि करना प्रशासनिक स्तर पर इसकी महत्ता को दर्शाता है। इतनी बड़ी संख्या में विवाह और निकाह का एक ही स्थान पर आयोजित होना न केवल एक लॉजिस्टिकल चुनौती है, बल्कि यह क्षेत्र की सामाजिक एकता और सामुदायिक भावना का भी प्रतीक है।
इस महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज शाम राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी का तेंदूखेड़ा पहुंचना दर्शाता है कि सरकार भी इस कार्यक्रम को कितनी गंभीरता से ले रही है। राज्यमंत्री का स्वयं व्यवस्थाओं का निरीक्षण करना यह सुनिश्चित करेगा कि सभी आवश्यक इंतजाम सुचारू रूप से किए जाएं और कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो।
यह भी उल्लेखनीय है कि बरसों से उपेक्षित पड़ी सड़क, जो शायद स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी असुविधा का कारण बनी हुई थी, इस विशेष अवसर के लिए अचानक ही चकाचक बना दी गई है। नगर परिषद द्वारा आवागमन की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रातों-रात पक्की सड़क का निर्माण करना एक सकारात्मक कदम है। यह दिखाता है कि किसी बड़े आयोजन के होने पर किस प्रकार तात्कालिकता दिखाई जा सकती है और विकास कार्य तेज़ी पकड़ सकते हैं। यह नवविवाहित जोड़ों और उनके परिवारों के लिए मंडी तक पहुंचने और कार्यक्रम में शामिल होने को काफी आसान बना देगा।
शुक्रवार को राजमंत्री के अनुज सत्येंद्र सिंह द्वारा कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करना भी तैयारियों की एक कड़ी है। परिवार के सदस्य के रूप में उनका मौके पर जाकर व्यवस्थाओं को देखना यह सुनिश्चित करता है कि हर छोटी-बड़ी आवश्यकता का ध्यान रखा जा रहा है।
तेंदूखेड़ा कृषि उपज मंडी में एक ही दिन इतनी बड़ी संख्या में विवाह और निकाह का आयोजन संभवतः क्षेत्र के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा। यह न केवल दो अलग-अलग धार्मिक समुदायों के बीच सौहार्द और एकता का संदेश देगा, बल्कि यह भी प्रदर्शित करेगा कि कैसे एक साझा उद्देश्य के लिए समुदाय और प्रशासन मिलकर काम कर सकते हैं। इस भव्य आयोजन से निश्चित रूप से कई परिवारों के सपने साकार होंगे और यह तेंदूखेड़ा के लोगों के लिए यादगार बन जाएगा ।
