आदिगुरु शंकराचार्य जी जयंती पर पथरिया में हुआ व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन
शंकराचार्य भारतीय संस्कृति और अध्यात्म के पुनर्जागरण के प्रतीक थे
शंकराचार्य जी का जीवन दर्शन आज भी सामाजिक भेदभाव को खत्म करने के अनुकरणीय और पठनीय है
दमोह आदि गुरु शंकराचार्य जी की जयंती के उपलक्ष में व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन शासकीय महाविद्यालय सभागार पथरिया में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के द्वारा आयोजित किया गया जिसमें शंकराचार्य जी के जीवन दर्शन, अद्वैत वेदांत और उनके आदर्श जीवन आध्यात्मिक योगदान पर चर्चा हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ शंकराचार्य जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरलाल चौरसिया, रमाकांत पौराणिक, सुशील कुमार नामदेव, उमाशंकर उपाध्याय, कृष्णा पटेल रहे ।
इस दौरान जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत एमसीएमसीडीपी के विद्यार्थी सोनम राजपूत, ज्योति नेमा, मीना अहिरवार, अंकित पटेल द्वारा चित्र बनाकर जल संरक्षण का संदेश दिया गया ।
मुख्य वक्ता पंडित रमाकांत पौराणिक ने अपने उद्बोधन में आदि गुरु शंकराचार्य जी के जीवन और कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य जी का जन्म केवल एक संत या दार्शनिक के रूप में नहीं हुआ था, बल्कि वे भारतीय संस्कृति और आध्यात्म के पुनर्जागरण के प्रतीक थे।उन्होंने कहा कि शंकराचार्य जी ने मात्र 32 वर्ष के जीवनकाल में भारतवर्ष को एक अद्वितीय आध्यात्मिक एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया। उनके द्वारा चार धामों में स्थापित मठ आज भी ज्ञान, साधना और भारतीय दर्शन के प्रमुख केंद्र हैं।”अहम ब्रह्मास्मि” के विचार को प्रतिपादित करते हुए उन्होंने बताया कि शंकराचार्य जी का अद्वैत वेदांत दर्शन आत्मा और परमात्मा की एकता का संदेश देता है, जो समत्व और विश्व बंधुत्व की भावना को जन्म देता है।
जिला समन्वयक सुशील नामदेव ने कहा कि वर्तमान समय में अद्वैत वेदांत को पढ़ने की आवश्यकता है यदि हम उसका अध्ययन करते हैं तो सभी प्रकार के भेद खत्म हो जाएंगे शंकराचार्य जी का जीवन दर्शन हम सभी को प्रेरणा देने का काम करता है आज उनके कार्यों का अनुसरण करना आवश्यक है ।
ब्लाक समन्वयक उमाशंकर उपाध्याय ने आदि गुरु शंकराचार्य के साथ जल गंगा संवर्धन अभियान की बात रखी ओर सभी से कहा कि अपने अपने क्षेत्रों में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत गतिविधियां आयोजित करे।
जिले के यूथ अचीवर्स एवं नवांकुर संस्था अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज आपके मध्य इस प्रकार के कार्यक्रमों की आवश्यकता इसलिए है कि आप शंकराचार्य जी के विचारों को आत्मसात कर समाज सुधार के कार्य में अग्रणी भूमिका निभा सके ।
इस दौरान विशेष रूप से गायत्री परिवार के वरिष्ठ हरलाल चौरसिया, शासकीय सी एम राईज स्कूल शिक्षक रमाशंकर पौराणिक , परामर्शदाता दिलीप पटैल, शैलेंद्र पाराशर, यज्ञनारायण पांडे, रोहित जैन,दर्शिका तिवारी के साथ समाजिक संस्थाओं के लोगों के साथ मुख्यमंत्री नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के विद्यार्थी उपस्थित थे ।
कार्यक्रम का संचालन परामर्शदाता दिलीप कुमार पटेल ने किया एवं आभार विकासखंड समन्वयक उमाशंकर उपाध्याय ने व्यक्त किया ।