*थाने के अंदर शराब, बाहर भगवती संगठन — दमोह में कानून या माफिया राज?”*
*”जनता पकड़ रही माफिया, पुलिस कर रही खामोशी — ये सिस्टम है या सौदा?”*
*”दमोह के थानों में माफियाओं की गाड़ी — वीडियो देख गुस्से में जनता!”*
*> “अगर शराब माफिया को पकड़ना जनता का काम हो गया है, तो फिर लाखों की तनख्वाह पाने वाले पुलिसकर्मी आखिर किस बात की वर्दी पहनते हैं?”*
*”दमोह की सड़कों पर संगठन दौड़ रहा है, और थानों में शराब छुपाई जा रही है! ये वीडियो देखिए — थाने के अंदर माफियाओं की गाड़ी, और पुलिस मौन!