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योग, ध्यान एवं प्राणायाम से अपने जीवन में स्थायी आनंद प्राप्त करें-गुरूदेव श्री अतीत जी जिला न्यायालय परिसर में कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

योग, ध्यान एवं प्राणायाम से अपने जीवन में स्थायी आनंद प्राप्त करें-गुरूदेव श्री अतीत जी

जिला न्यायालय परिसर में कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

दमोह राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा जारी कार्ययोजना वर्ष 2025-26 में दिये गये निर्देशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष श्री पी.सी.गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में नशा मुक्ति अभियान अंतर्गत 22 जून से 27 जून तक योग, ध्यान एवं प्राणायाम शिविर का आयोजन जिला न्यायालय दमोह में किया जा रहा है। कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर न्यायमूर्ति एच.पी. सिंह (से.नि.), प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री पी.सी.गुप्ता, कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर सहित न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, प्रशासनिक अधिकारीगण तथा न्यायालयीन स्टॉफ उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का प्रातः 06.30 बजे से 08.30 तक हिज हॉलिनेस गुरूदेव श्री अतीत जी (दिव्य शांति, प्रेम, आनंद, ध्यान, भक्ति, आध्यात्मिक ज्ञान और उत्सव के शाश्वत प्रणेता) के सानिध्य में किया जा रहा है। शिविर के शुभारंभ पर गुरूदेव श्री अतीत जी ने योग व ध्यान के महत्व पर प्रकाश डालते हुये बताया सच्चा सुख बाहर नहीं वरन आपके अंर्तमन में है। जब मन की चंचलता शांत होती है, तभी आत्मा का स्वर प्रकट होता है। यह ऐसी विद्या है जब व्यक्ति मौन की गहराई का अनुभव करते हुये विचारों को शांत कर आत्मा के संगीत को सुन सकता है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में स्थायी आनंद प्राप्त कर सकता है, किन्तु निरंतर योग व ध्यान करना चाहिए जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति व संतुलन आये। आपने उपस्थित प्रतिभागियों से संयमित जीवनशैली, योग व ध्यान को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आहवान किया और जीवन में संयम, सेवा, सदाचार के महत्व को रेखांकित कर अपने अनुभवों को साझा किया।

न्यायमूर्ति श्री एच.पी. सिंह(से.नि.) ने कहा योग एक प्राचीन भारतीय पद्धति है जो शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देती है और इसे अपनाकर व्यक्ति अपने व्यवहारिक जीवन में बदलाव ला सकता है।

प्रधान जिला न्यायाधीश श्री पी.सी.गुप्ता ने कहा योग, ध्यान एवं प्राणायाम जीवन जीने की कला का मूल आधार है और नियमित अभ्यास से शारीरिक व मानसिक उन्नति होती है।

इस अवसर पर कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर ने कहा कि योग का अर्थ ही जोड़ना है, स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मस्तिस्क निवास करता है और सभी को प्रतिदिन योग करना चाहिए।

कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह द्वारा किया गया, जिसमें सचिव व अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे। मंच संचालन एवं आभार प्रदर्शन जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री रजनीश चौरसिया, द्वारा किया गया।

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