दमोह में गौ तस्करी और गौहत्या के विरोध में गौसेवक का आत्मदाह का प्रयास
दमोह, मध्य प्रदेश: दमोह जिले में लगातार बढ़ती गौ तस्करी, गौहत्या और गौसेवकों पर हो रहे फर्जी मुकदमों से निराश होकर एक गौसेवक ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया।
मिली जानकारी के अनुसार, दमोह जिला लगातार अंतरराज्यीय गौ तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है। इस संबंध में कई लिखित शिकायतें दर्ज कराई गई हैं, लेकिन गौ तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। गौसेवकों का आरोप है कि जब वे गौ रक्षा के लिए तस्करों को पकड़ते हैं, तो उलटा उन्हीं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए जाते हैं। इससे सनातन संस्कृति को मानने वाले, धार्मिक और सामाजिक संगठन बेहद निराश हैं।
इसी निराशा के चलते आज एक गौसेवक ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस और मौके पर मौजूद लोगों ने तत्परता से उसे बचा लिया।
यह घटना दमोह में गौ तस्करी और गौहत्या के गंभीर मुद्दे को उजागर करती है, जिस पर प्रशासन को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। गौसेवकों और आम जनता में बढ़ते असंतोष को देखते हुए, इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना अति आवश्यक है।