अभियान का उद्देश्य गांव-गांव और नगरों में प्राचीन बावड़ियों और जल संरचनाओं का उद्धार करना है, जिससे वे अपने मूल स्वरूप में आ सकें- कलेक्टर श्री अभियान का उद्देश्य गांव-गांव और नगरों में प्राचीन बावड़ियों और जल संरचनाओं का उद्धार करना है, जिससे वे अपने मूल स्वरूप में आ सकें- कलेक्टर कोचर
सरकार द्वारा चलाए जा रहे जलगंगा संवर्धन अभियान के तहत कलेक्टर श्री कोचर ने पथरिया के किशुनगंज में प्राचीन बावड़ी के जीर्णोद्धार कार्य की सराहना की
दमोह: 16 जून 2025
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा की जलगंगा संवर्धन अभियान के तहत् मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी की जो मंशा है, कि गांव-गांव और नगरों में जो हमारी प्राचीन बावड़ी है और जल संरचना है, उनका उद्धार होना चाहिए। वह पुन: अपने मूल स्वरूप में आए उस दृष्टि से बड़ा अभियान चल रहा है और अभियान में हमने कुछ समय पहले किशुनगंज जो कि पथरिया में है, वहाँ पर हमने बावड़ी की सफाई का काम सीईओ जिला पंचायत प्रवीण फुलपगारे और सीईओ जनपद पंचायत दोनों ने मिलकर करवाया है।
कलेक्टर श्री कोचर ने कहा बहुत खुशी की बात है कि वहाँ पर हमारे जल गंगा संवर्धन अभियान के जो जल दूत हैं, आज यहाँ पर भी उपस्थित हैं, इन सभी ने वहाँ श्रमदान किया था और वहाँ बहुत कम गहराई में पानी निकल आया है और मुझे लग रहा है कि जीर्णोद्धार से बावड़ी फिर से जीवित हो गई, इसी श्रृंखला में मड़िया की बावड़ी है, जैसा की बताया गया कि बहुत प्राचीन बावड़ी है, इस बावड़ी के जीर्णोद्धार का काम हमारे पटेल साहब जो की गांव के वरिष्ठ है और बाकी सभी ग्रामवासीगण और हमारे स्वच्छता और जलगंगा अभियान की हमारी पूरी टीम और बाकी सारे लोग यहाँ पर उपस्थित है, सब के सहयोग और मेहनत से काम हुआ है, मैं सभी ग्राम वासियों को इसके लिए बहुत बधाई और धन्यवाद देता हूँ। उन्होने कहा तीन बाते इस सम्बंध में कहनी है, पहली बात की जो बावड़ी जहॉ आप लोगों ने श्रमदान किया है उसका गहरीकरण और साथ में उसका मन घटा बना करके उसके ऊपर जाली लगवा करके उसको बिल्कुल व्यवस्थित करने का काम हमारा है। इस संबंध में सीईओ जिला पंचायत और जनपद पंचायत को निर्देशित कर दिया गया है, वह लोग अगले कुछ दिनों में काम पूरा कराएँगे तो उस कारण से बावड़ी अपने पुन: स्वरूप में आ जाएगी और मुझे उम्मीद है कि यहाँ भी पानी निकल आएगा।
सरकार द्वारा चलाए जा रहे जलगंगा संवर्धन अभियान के तहत कलेक्टर श्री कोचर ने पथरिया के किशुनगंज में प्राचीन बावड़ी के जीर्णोद्धार कार्य की सराहना की
दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा की जलगंगा संवर्धन अभियान के तहत् मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी की जो मंशा है, कि गांव-गांव और नगरों में जो हमारी प्राचीन बावड़ी है और जल संरचना है, उनका उद्धार होना चाहिए। वह पुन: अपने मूल स्वरूप में आए उस दृष्टि से बड़ा अभियान चल रहा है और अभियान में हमने कुछ समय पहले किशुनगंज जो कि पथरिया में है, वहाँ पर हमने बावड़ी की सफाई का काम सीईओ जिला पंचायत प्रवीण फुलपगारे और सीईओ जनपद पंचायत दोनों ने मिलकर करवाया है।
कलेक्टर कोचर ने कहा बहुत खुशी की बात है कि वहाँ पर हमारे जल गंगा संवर्धन अभियान के जो जल दूत हैं, आज यहाँ पर भी उपस्थित हैं, इन सभी ने वहाँ श्रमदान किया था और वहाँ बहुत कम गहराई में पानी निकल आया है और मुझे लग रहा है कि जीर्णोद्धार से बावड़ी फिर से जीवित हो गई, इसी श्रृंखला में मड़िया की बावड़ी है, जैसा की बताया गया कि बहुत प्राचीन बावड़ी है, इस बावड़ी के जीर्णोद्धार का काम हमारे पटेल साहब जो की गांव के वरिष्ठ है और बाकी सभी ग्रामवासीगण और हमारे स्वच्छता और जलगंगा अभियान की हमारी पूरी टीम और बाकी सारे लोग यहाँ पर उपस्थित है, सब के सहयोग और मेहनत से काम हुआ है, मैं सभी ग्राम वासियों को इसके लिए बहुत बधाई और धन्यवाद देता हूँ। उन्होने कहा तीन बाते इस सम्बंध में कहनी है, पहली बात की जो बावड़ी जहॉ आप लोगों ने श्रमदान किया है उसका गहरीकरण और साथ में उसका मन घटा बना करके उसके ऊपर जाली लगवा करके उसको बिल्कुल व्यवस्थित करने का काम हमारा है। इस संबंध में सीईओ जिला पंचायत और जनपद पंचायत को निर्देशित कर दिया गया है, वह लोग अगले कुछ दिनों में काम पूरा कराएँगे तो उस कारण से बावड़ी अपने पुन: स्वरूप में आ जाएगी और मुझे उम्मीद है कि यहाँ भी पानी निकल आएगा।