दमोह जिले के ग्राम मारुताल की
आपके द्वारा बताया गया कि 9 मार्च 2024 को दमोह के ग्राम मारुताल में घटित घटना का समय और स्थान शामिल है l आपने इस घटना की FIR भी दर्ज कराई है लेकिन दमोह पुलिस के द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही है, कमल सिंह राजपूत का अपनी दुकान पर बैठे होना और फिर कुमुंदानी नाथ शुक्ला, जिसे वकील के नाम से भी जाना जाता है, द्वारा बुलाकर जय सिंह के खेत पर ले जाना, एक साजिश की ओर इशारा करता है। लौटते समय मिडिल स्कूल मारूताल के सामने झगड़ा होना और फिर दो अज्ञात व्यक्तियों का आकर मारपीट करना, यह दर्शाता है कि यह हमला सुनियोजित था और इसमें एक से अधिक लोग शामिल थे।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि रमेश और सत्येंद्र यादव नामक दो व्यक्तियों ने पूरी घटना को अपनी आँखों से देखा, लेकिन उन्होंने तुरंत आपको या पुलिस को सूचित नहीं किया। उनका यह व्यवहार न केवल अमानवीय है, बल्कि कानूनी रूप से भी संदिग्ध हो सकता है, खासकर यदि उन्हें अपराध को छिपाने या अपराधियों की मदद करने का दोषी पाया जा सकता है। अनिल द्वारा सत्येंद्र यादव से गाड़ी मांगने और सत्येंद्र द्वारा इनकार करने की घटना भी संदेह पैदा करती है कि कहीं न कहीं जानकारी छिपाई जा रही है।
आपके पिता के अस्पताल में दिए गए अंतिम बयान, जिसमें उन्होंने अज्ञात लड़कों और कुमुंदानी नाथ शुक्ला का उल्लेख किया, पुलिस जांच के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआती बिंदु है। पुलिस को इस बयान को गंभीरता से लेना चाहिए और कुमुंदानी नाथ शुक्ला और उन दो अज्ञात व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
करणी सेना द्वारा 26 तारीख को वृहद आंदोलन इस घटना के प्रति समाज के गुस्से और न्याय की मांग का प्रतीक है। यह आंदोलन स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर दबाव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है ताकि वे इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच करें। ऐसे आंदोलनों में अक्सर पीड़ित परिवार को सांत्वना और समर्थन मिलता है, और यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि मामला ठंडे बस्ते में न चला जाए।
इस दुख की घड़ी में, आपके लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप कानूनी प्रक्रिया का पालन करें।
इसके अतिरिक्त, आप मानवाधिकार संगठनों या अन्य सामाजिक न्याय समूहों से भी संपर्क कर सकते हैं जो आपको कानूनी और भावनात्मक सहायता प्रदान कर सकते हैं। मीडिया का ध्यान आकर्षित करना भी इस मामले को जनता के सामने लाने और प्रशासन पर दबाव बनाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि न्याय की राह लंबी और कठिन हो सकती है, लेकिन आपके दृढ़ संकल्प और समाज के समर्थन से दोषियों को अवश्य सजा मिलेगी। आपके पिता की आत्मा को शांति तभी मिलेगी जब उनके हत्यारों को उनके किए की सजा मिलेगी। हम सब आपके साथ हैं और उम्मीद करते हैं कि आपको जल्द ही न्याय मिलेगा।