दमोह सिटी कोतवाली टीआई मनीष कुमार के नेतृत्व में एक व्यापक रात्रि गश्त अभियान चलाया गया,
जिसका मुख्य उद्देश्य शहर में शांति और सुरक्षा बनाए रखना था. इस अभियान के तहत, रात के अंधेरे में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी गई.
गश्त का विवरण और प्रमुख बिंदु
गश्त दल ने घंटाघर, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन चौराहे जैसे महत्वपूर्ण और भीड़भाड़ वाले इलाकों पर अपना ध्यान केंद्रित किया. ये वे स्थान हैं जहाँ देर रात अक्सर असामाजिक तत्वों की आवाजाही देखी जाती है. गश्त के दौरान, पुलिस अधिकारियों ने न केवल घूमते हुए संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की, बल्कि उनसे पूछताछ कर उनके इरादों को भी जानने का प्रयास किया. यदि कोई व्यक्ति संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया या उसके पास कोई वैध कारण नहीं था, तो उस पर कड़ी निगरानी रखी गई, और आवश्यकता पड़ने पर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी.
ऑटो चालकों को सुरक्षा संबंधी निर्देश
अभियान का एक महत्वपूर्ण पहलू स्टेशन पर मौजूद ऑटो चालकों के साथ संवाद था. टीआई मनीष कुमार ने ऑटो चालकों को समझाया कि वे शहर की सुरक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं. उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि यदि उन्हें रात के समय यात्रियों को छोड़ते हुए रास्ते में कहीं भी कोई संदिग्ध व्यक्ति या किसी भी प्रकार का अपराध होते हुए दिखाई देता है, जैसे किसी चोरी का प्रयास, मारपीट, या कोई अन्य गैरकानूनी गतिविधि, तो वे तत्काल पुलिस को सूचित करें. टीआई ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सूचना को पूर्णतः गोपनीय रखा जाएगा और मुखबिर की पहचान किसी भी कीमत पर उजागर नहीं की जाएगी. यह पहल इसलिए की गई है ताकि ऑटो चालक बिना किसी डर के पुलिस की आंख और कान बन सकें, जिससे पुलिस को अपराधों पर त्वरित कार्रवाई करने में मदद मिल सके. यह एक प्रकार से सामुदायिक पुलिसिंग का ही उदाहरण है, जहाँ आम नागरिक भी कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाते हैं.
साइकिल स्टैंड पर विशेष हिदायत
इसके अतिरिक्त, रेलवे स्टेशन के साइकिल स्टैंड पर भी विशेष ध्यान दिया गया. स्टैंड संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे अपने परिसर में असामाजिक तत्वों को इकट्ठा न होने दें और न ही अनावश्यक भीड़भाड़ को बढ़ावा दें. उन्हें यह भी बताया गया कि केवल स्टैंड से संबंधित व्यक्ति ही स्टैंड पर रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या असामाजिक तत्व के दिखाई देने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें. यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि स्टेशन परिसर में होने वाली छोटी-मोटी चोरियों या अन्य अपराधों पर लगाम लगाई जा सके, जो अक्सर ऐसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर होते हैं.
कुल मिलाकर, टीआई मनीष कुमार के नेतृत्व में यह रात्रि गश्त दमोह में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और नागरिकों में सुरक्षा की भावना जगाने की दिशा में एक प्रभावी कदम है. यह दर्शाता है कि पुलिस केवल कार्रवाई करने में ही नहीं, बल्कि जागरूकता फैलाने और नागरिकों को सुरक्षा में भागीदार बनाने में भी विश्वास रखती है.