आपातकालीन परिस्थितियों के समय आपदा प्रबंधन की कार्य योजना के संबंध में उत्कृष्ट विद्यालय दमोह के विभिन्न कक्षों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न
प्रतिदिन दो पालियों में दिया जाएगा प्रशिक्षण
कलेक्टर भी मौजूद रहे प्रशिक्षण में
दमोह आपातकालीन परिस्थितियों के समय आपदा प्रबंधन की कार्य योजना के संबंध में उत्कृष्ट विद्यालय दमोह के विभिन्न कक्षों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आज आयोजित किया गया। इसमें मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आपदा के समय नागरिक सुरक्षा हेतु पावरपाइंट के माध्यम से विस्तार से बताया गया। मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आपातकाल में नागरिक सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण, लोगो का बचाव, ध्वस्त ढॉचा पहचान की कार्यवाही, प्राथमिक सहायता सहित विभिन्न बिन्दुओं के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण में एडिशनल कलेक्टर मीना मसराम सभी एस.डी.एम और जिला अधिकारी तथा दमोह खण्ड के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा जैसा कि आप सब जानते हैं, भारत-पाकिस्तान के बीच जो स्थितियां तनाव भरी है, उसको लेकर सरकार अलर्ट है, जिला प्रशासन भी अलर्ट है और अभी जितने सर्कुलर, मैन्युअल आए थे सभी मैन्युअल के आधार पर एक प्रशिक्षण मैन्युअल पूरा तैयार किया और आज से प्रशिक्षण शुरू किया है और प्रतिदिन टारगेट होगा आज के प्रशिक्षण में सारे जिला स्तर के अधिकारी हमारे यहाँ पर आए है, राजस्व के अधिकारी उपस्थित रहे और कल से फिर नीचे की मशीनरी पटवारी, पंचायत से अलग-अलग मशीनरी को हम प्रतिदिन ट्रेनिंग उत्कृष्ट विद्यालय में दो बैच में दी जायेगी। पहला बैच सुबह 10 बजे से दोपहर को 1.30 बजे तक और फिर दूसरा बैच 2 बजे से लेकर के शाम को 5.30 बजे तक प्रतिदिन सबको प्रशिक्षित किया जाएगा।
श्री कोचर ने कहा, दूसरे चरण में कल से एक गूगल शीट लॉन्च की है, जिसमें हम नागरिक स्वयं सेवकों से आवेदन आमंत्रित कर रहे है, कि आप भी स्वेच्छा से निस्वार्थ भाव से पीड़ित मानवता की सेवा करने के लिए आना चाहते हैं, तो आप भी स्वयंसेवक के रूप में प्रशिक्षण लें तो प्रशिक्षण उनके भी कराए जाएंगे। श्री कोचर ने बताया प्रशिक्षण दो प्रकार के हैं, सैद्धांतिक और व्यवहारिक सैद्धांतिक प्रशिक्षण में जो हमारी मुख्य बाते है, सिविल डिफेंस की बताई जाती है, कि यदि मान लीजिये इस तरह की विषम परिस्थिति बनती है, तो हमको क्या-क्या करना चाहिए उसके बाद दूसरा प्रशिक्षण व्यवहारिक देते है, जिसमे की रेस्क्यू ऑपरेशन कैसे चलाए जाते हैं, मॉक ड्रिल कैसे की जाती हैं, सायरन कैसे बजता है, कोई यदि घायल होता है, तो उसको कैसे बचाया जाता है, प्राथमिक उपचार कैसे किया जाता है, इन सब के बारे में व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है, तो होम गार्ड ,डॉक्टर्स ,रेवेन्यू की टीम और हमारे सारे मास्टर ट्रेनर्स, शिक्षा विभाग सब इसको देख रहे हैं, तो लगातार ट्रेनिंग चलेगी अभी 600 लोग हमारे पुलिस विभाग के आने वाले हैं, उनकी ट्रेनिंग भी अलग से होगी तो कुल मिलाकर के हमारा टारगेट है, कि लगभग हमारे जिले की जो जनसंख्या है, उसका 1% लगभग 2000-3000 लोगों को प्रशिक्षित किया जाये। कलेक्टर ने कहा मैं सबसे अपील करना चाहता हूँ कि हमने एक गूगल शीट लॉन्च की है, जो व्यक्ति 18 से 50 साल के उम्र के है और देश सेवा और देश भक्ति का भाव रखते हैं अपने मन के अंदर और युद्ध जैसी आपातकाल परिस्थितियों में आम नागरिक की मदद करना चाहते हैं, स्वयंसेवक बनना चाहते हैं, वे सादर आमंत्रित हैं।उन्होनें ने कहा आप सब कृपया उस गूगल शीट में अपना फॉर्म जरूर भरे। हम आपकी पूरी प्रॉपर ट्रेनिंग कराएंगे और आगे चल करके फिर आपका देश सेवा के कार्यों के लिए उपयोग किया जा सकेगा।
इस अवसर पर डॉ. मनीष संगतानी ने बताया आपदा प्रबंधन और सिविल डिफेंस से संबंधित जो आज प्रशिक्षण शिविर रखा गया था, उसमें स्वास्थ्य विभाग को बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग देनी थी जो हमारी टीम ने आकर यहाँ पर दी है, इसमें घाव का कैसे बचाव करना है, खून कैसे रोकना है, फ्रैक्चर हुए पेशेंट को कैसे अस्पताल तक सुरक्षित पहुंचाना है, साथ में यदि किसी की श्वास रुक जाती है, धड़कन रुक जाता है जिसको हम बोलते हैं कार्डियक अरेस्ट और उस समय की कंडीशन में हमें बेसिक क्या फास्टेड देना है, आदि का सही तरीका क्या है यह सब हमने प्रशिक्षण यहाँ पर आकर दिया है।
जिला समन्वयक अधिकारी (डी.पी.सी) मुकेश द्विवेदी ने बताया कलेक्टर श्री कोचर के मार्गदर्शन में दमोह जिले के लिए नागरिक सुरक्षा की कार्ययोजना बनाई गई है, जिसमें आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिक को जागरूक रहने की आवश्यकता है, किस प्रकार की समस्याएं आती हैं, उनका निदान कैसे कर सकते हैं, इसको लेकर के एक प्रशिक्षण की कार्य योजना है, जिसमें अधिकारियों, स्कूल के साथ-साथ निचले स्तर के जितने भी कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, आम नागरिक होते हैं, उनको प्रशिक्षण प्रदाय किये जाने की कार्य योजना बनी है, उसी के तहत आज उत्कृष्ट विद्यालय में जिले के समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों का और साथ में एस.डी.एम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कार्यपालक अधिकारी और ब्लॉक लेवल के समस्त अधिकारियों का प्रशिक्षण आज यहाँ आयोजित किया गया। उन्होनें बताया इस प्रशिक्षण में दो प्रकार की रूपरेखा है पहला हम उसको थियोरेटिकल बताते हैं, हमारे मास्टर ट्रेनर अलग-अलग कक्षों में लगे हुए हैं, प्रेजेंटेशन के माध्यम से नागरिक सुरक्षा कार्ययोजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी है।
मास्टर ट्रेनर माधव पटेल ने कहा, इसके संबंध में आज जिला स्तर और विकासखंड स्तर के अधिकारी थे उनकी जिला स्तर पर ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है, जिसका मूल उद्देश्य है, विपरीत परिस्थितियों में हम अपने सिविलियंस की सुरक्षा कैसे करें। कौन-कौन से उपाय अपनाएं जिससे कम से कम क्षति हो और यदि क्षति हो जाती है, तो उसे हम कैसे बचाव करें ब्लैकआउट के दौरान कौन-कौन सी सावधानियॉ अपनाई जानी है, कैसे हताहत होने से बचा जा सकता है, सायरन किस प्रकार बजेगा पहला जो खतरे का सायरन होगा उसकी बीप कैसे होगी उस दौरान कौन से कार्य संपादित करने होंगे और जब खतरा टल जाएगा तो ग्रीन सिग्नल का सायरन क्या होगा, उसकी बीप भी कैसे होगी साथ ही साथ विभिन्न विभाग है, चाहे आपूर्ति की बात हो, स्वास्थ्य विभाग हो, नगरपालिका की बात हो तो विभिन्न विभागों की क्या भूमिका होगी इस तरह आपदा प्रबंधन में इन तमाम चीजों पर सभी को प्रशिक्षित करने का प्रयास किया गया है।