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*ईमानदारी की मिसाल: 108 एम्बुलेंस कर्मी वसीम खान ने मरीज का मोबाइल लौटाकर दिल जीता*

*ईमानदारी की मिसाल: 108 एम्बुलेंस कर्मी वसीम खान ने मरीज का मोबाइल लौटाकर दिल जीता*

दमोह: 108 एम्बुलेंस सेवा में कार्यरत ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट) अधिकारी वसीम खान ने ईमानदारी का परिचय देते हुए मानवता की मिसाल पेश की है। वसीम खान ने एक मरीज का बंद मोबाइल फोन सुरक्षित रखते हुए परिजनों से संपर्क कर उसे लौटाया। हटा से दमोह के लिए एक मरीज को जिला अस्पताल ले जाते समय वसीम खान को एम्बुलेंस में एक बंद मोबाइल मिला। ड्यूटी समाप्त होने के के पहले उन्होंने मोबाइल अपने पास सुरक्षित रखा और अगले दिन उसे चार्ज कर चालू करने के बाद मरीज के परिजनों से संपर्क किया। इसके बाद जब उन्होंने जिला अस्पताल में भर्ती मरीज रामदयाल अहिरवार को उनका मोबाइल लौटाया, तो मरीज के चेहरे पर सच्ची मुस्कान देखने को मिली। वसीम खान की इस ईमानदार और संवेदनशील पहल ने न केवल मरीज का विश्वास जीता, बल्कि 108 एम्बुलेंस सेवा की छवि को और अधिक मजबूती दी।

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पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी ने 04 आरोपियों पर किया 7 हजार का ईनाम घोषित दमोह पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने दमोह जिले के 03 प्रकरण में फरार आरोपी, फरार अज्ञात आरोपी, संदेही आरोपी पर 07 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया है।            पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी ने प्रकरणों की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुये जिले के थाना मड़ियादो के अपराध क्रमांक 51/25 धारा -74,75,333,115(2),351(2),3(5) बीएनएस 7/8, 11/12 पाक्सो एक्ट के तहत फरार आरोपी 02 प्रकाश बंसल पिता रज्जू बंसल, राहुल बंसल पिता नन्हें बंसल निवासी सिमरी फतेहपुर थाना मडियादो पर 2500-2500 हजार रूपये इनाम घोषित किया है।             इसी प्रकार थाना मडियादो के अपराध क्रमांक 60/2025 धारा-137 (2) बीएनएस के तहत अज्ञात आरोपी पर 1000 हजार रूपये, थाना जबेरा के अपराध क्रमांक 154/2025 धारा-137 (2) बीएनएस के तहत संदेही आरोपी संजय यादव निवासी पडरिया थाना कटंगी पर 1000 हजार रूपये इनाम घोषित किया गया।             पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी ने जानकारी दी है कि उक्त मामलों में जो कोई व्यक्ति/कर्मचारी/अधिकारी आरोपी को दस्तयाब करेगा या करायेगा या ऐसी उपयुक्त सूचना देगा जिससे फरार आरोपी, अज्ञात आरोपी एवं संदेही आरोपी की दस्तयाबी संभव हो सके ऐसे व्यक्ति को नकद पुरूस्कार से पुरूस्कृत किया जायेगा। उक्त ईनाम प्रदान करने के संबंध में पुलिस अधीक्षक का निर्णय अंतिम होगा।