दमोह में सड़क सुरक्षा पर केंद्रित होगा सर्वे: लक्ष्य ‘शून्य एक्सीडेंट’
दमोह, मध्य प्रदेश: मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान
(MANIT) की एक 04 सदस्यीय टीम ने दमोह जिले में सड़क सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया है. टीम ने जिले के 12 ब्लैक स्पॉट (उच्च दुर्घटना संभावित क्षेत्र) और 02 हॉट स्पॉट (उच्च यातायात घनत्व वाले क्षेत्र) का गहन भ्रमण किया. इस पहल का मुख्य उद्देश्य दमोह जिले में सड़क दुर्घटनाओं को पूरी तरह से समाप्त कर ‘शून्य एक्सीडेंट’ के लक्ष्य को प्राप्त करना है.
टीम के प्राध्यापक अनुज जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सर्वे के बाद दमोह की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किए जाएंगे. उनका जोर इस बात पर है कि किए गए प्रयासों से दुर्घटनाओं को शून्य पर लाया जा सके.
इस महत्वपूर्ण पहल को लेकर दमोह के कलेक्टर श्री कोचर ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह कदम जिले में सड़क सुरक्षा व्यवस्था को सुधारने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा.
टीम ने अपने भ्रमण के दौरान कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी विस्तृत चर्चा की. इस चर्चा का उद्देश्य स्थानीय परिस्थितियों को समझना और प्रभावी समाधानों पर विचार करना था.
MANIT की टीम अगले हफ्ते एक बार फिर दमोह आएगी. इस बार उनका ध्यान सर्वे और एनालिसिस पर रहेगा, जिसके बाद वे दुर्घटनाओं के कारणों और उनके निवारण के लिए विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. यह कदम दमोह जिले में सड़क सुरक्षा के लिए एक नई दिशा प्रदान करने वाला है.