*फर्जी डॉक्टर के घर से मिला महत्वपूर्ण सामान, नकली सील भी हुई बरामद, जांच में जुटी पुलिस दमोह में मिशनरी मिशन अस्पताल इन दिनों गंभीर विवादों के घेरे में है*
दमोह में मिशनरी द्वारा संचालित मिशन अस्पताल इन दिनों गंभीर विवादों के घेरे में है। अब मिशन अस्पताल मामले से संबंधित बड़ा अपडेट सामने आया है। शुक्रवार को दमोह पुलिस फर्जी डॉक्टर के घर प्रयागराज पहुंची थी जहां उन्हें महत्वपूर्ण दस्तावेज समेत कई मशीने भी मिली थी। फर्जी सर्टिफिकेट और आधार कार्ड बनाने फर्जी शील वाली तस्वीरे भी सामने आ चुकी हैं।
बता दें कि आरोपी के प्रयागराज स्थित निवास पर कई नकली सील मिली है। दमोह पुलिस आरोपी डॉक्टर को रिमांड में लेकर प्रयागराज लेकर गई थी। जहां से कॉलेज की डिग्रियों में लगने वाली नकली सील बरामद की गई हैं। पुलिस कि टीम को कई फर्जी सर्टिफिकेट भी मिले हैं। दो पासपोर्ट, प्रिंटिंग मशीन,सील बनाने वाली डाई भी बरामद की गई है। बड़ी संख्या में आधार कार्ड और नकली डॉक्टर के दो पेन कार्ड भी बरामद किए हैं। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है नरेंद्र यादव उर्फ विक्रमादित्य यादव फर्जी नाम एन जॉन केम के माता-पिता और भाई से अच्छे संबंध नहीं है संभवत है इसकी शादी भी नहीं हुई है बचपन से ही यह पढ़ाई में बहुत होशियार था विदेशी नाम इसने इसलिए रखा इसको नाम और पहचान मिल सके l दमोह एसपी ने अपनों उच्च अधिकारियों को पत्र भेजा है कि इस फर्जी डॉक्टर का नार्को टेस्ट करवाया जाए l जिला अस्पताल सीएमएचओ के द्वारा भी जांच चल रही है संभवत जिन लोगों के नाम सामने आएंगे उनका नाम भी fir में दर्ज किया जाएगा l
वहीं बता दें कि अब तब दमोह प्रशासन ने मिशन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की है। जिसके बाद राज्य बाल आयोग ने कलेक्टर को नोटिस भी जारी किया है। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन अस्पातल पर क्या कार्रवाई करता है।
